Dalit Yug: अंबेडकर दिवस पर जब पूरा देश बाबा साहेब की जयंती मनाने में व्यस्त था, उसी दौरान छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां मजदूरी करने गए राजस्थान के दो दलित युवकों के साथ बर्बरतापूर्वक अत्याचार किया गया।
राजस्थान के भलवाड़ा जिले के कान्योन और कालियास गांवों के दो Dalit दलित युवक अभिषेक भांबी और विनोद कुमार भांबी मजदूरी के लिए कोरबा आए थे। जब उन्होंने अपने काम के लिए मजदूरी मांगी तो उन पर चोरी का झूठा आरोप लगाया गया। इस बहाने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए उन्हें एक गोदाम में कैद कर दिया गया।
बिजली के झटके भी दिए
पीड़ितों के अनुसार, उन्हें न केवल नग्न किया गया, बल्कि बिजली के झटके भी दिए गए, उनके नाखून चिमटे से उखाड़े गए तथा उनके शरीर के संवेदनशील भागों पर हमला किया गया। यह सब 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के दिन हुआ, जब देश में समानता और न्याय की बातें हो रही थीं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस दर्दनाक घटना का वीडियो खुद आरोपियों ने बनाया और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखाया गया है कि किस प्रकार इन युवाओं पर अत्याचार किया गया। पीड़ितों ने बताया कि उन्हें शारीरिक हिंसा के साथ-साथ मानसिक यातना भी दी गई।
वीडियो वायरल
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की और मामला दर्ज किया गया। स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मज़दूरी मांगने पर दलित युवकों को किया प्रताड़ित, पलास से नाखून खिंचे, प्राइवेट पार्ट को भी पलास से खींचा, वीडियो बनाकर किया वायरल, घटना छत्तीसगढ़ के कोरबा की है…। pic.twitter.com/hdFycf4cjr
— Dalit Times | दलित टाइम्स (@DalitTime) April 18, 2025
जाति आधारित उत्पीड़न
यह घटना न केवल मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है, बल्कि यह इस तथ्य को भी उजागर करती है कि हमारे समाज में जाति आधारित उत्पीड़न आज भी जारी है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि सरकार और न्यायपालिका ऐसे मामलों पर तुरंत और प्रभावी कार्रवाई करें ताकि पीड़ितों को न्याय मिले और भविष्य में किसी के साथ ऐसी क्रूरता न हो।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि सिर्फ जयंती मनाने से समानता हासिल नहीं होती, बल्कि जब तक हम हर उत्पीड़ित व्यक्ति के लिए आवाज नहीं उठाएंगे, तब तक बाबासाहेब अंबेडकर के सपने अधूरे रहेंगे।