Dalit Yug नई दिल्ली, सीलमपुर: पूर्वी दिल्ली जिले के सीलमपुर थाना क्षेत्र में 17 वर्षीय (Dalit) दलित युवक कुणाल की नृशंस हत्या के बाद इलाके में तनाव व्याप्त है। पीड़ित परिवार और स्थानीय लोग दुःख और गुस्से से भरे हुए हैं। शुक्रवार सुबह से ही प्रदर्शनकारी सीलमपुर में धर्मपुरा रेड लाइट के पास सर्विस रोड पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके हाथों में विभिन्न पोस्टर भी देखे गए, जिन पर लिखा था: “रेखा मीम, मदद करो, हिंदू पलायन कर रहा है।”
सुरक्षा के कड़े इंतजाम, ड्रोन से निगरानी
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इलाके में भारी पुलिस बल और अर्धसैनिक बल तैनात कर दिया है। कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्रोन का उपयोग करके हवाई निगरानी भी की जा रही है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, क्षेत्र में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है लेकिन तनाव बना हुआ है।
जिकरा नाम की लड़की भी हत्या में शामिल
मृतक कुणाल के परिजनों ने आरोप लगाया है कि सीलमपुर की रहने वाली जिकरा नाम की लड़की भी हत्या में शामिल है। पुलिस के अनुसार घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में दो संदिग्ध नजर आए हैं और उनकी पहचान की जा रही है। बताया गया है कि जिकरा को बीस दिन पहले पुलिस ने पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया था। उन पर हथियारों के साथ वीडियो (रील) बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड करने का आरोप है।
जनता का गुस्सा, राजनीतिक प्रतिक्रिया भी
इस घटना के बाद जनता में काफी गुस्सा और आक्रोश है। लोग न सिर्फ हत्यारों की गिरफ्तारी पर सवाल उठा रहे हैं बल्कि प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई की गई होती तो आज नहर जीवित होती।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा:
सीलमपुर में कुनाल नाम के 17 साल के दलित युवक की हत्या अत्यंत चिंताजनक है। क्षेत्र के लोगों में रोष बहुत ही स्वाभाविक है।
मैं रात से ही जिले से लेकर सीनियर पुलिस अधिकारियों से संपर्क में हूँ। अधिकांश अपराधी चिन्हित हो गए हैं और बाकी की भी गहन पड़ताल जारी है।अपराधी कहीं भी छुपने…— Manoj Tiwari (@ManojTiwariMP) April 18, 2025
“कनाल की नृशंस हत्या अत्यंत चिंताजनक है। मैं कल रात से ही जिला एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हूं। अधिकांश अपराधियों की पहचान हो चुकी है तथा शेष की जांच जारी है। जनता का गुस्सा स्वाभाविक है, लेकिन मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे धैर्य रखें तथा पुलिस कार्रवाई में बाधा न डालें।”
मनोज तिवारी ने यह भी कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से दोपहर 2:30 बजे तक क्षेत्र में पहुंचेंगे और स्थिति का आकलन करेंगे।
यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि अल्पसंख्यक और दलित समुदायों में असुरक्षा की भावना को भी उजागर करती है। इलाके में अभी भी तनाव बना हुआ है और पुलिस अपराधियों को जल्द से जल्द न्याय के कठघरे में लाने के लिए सभी कोणों से जांच कर रही है।